Friday, 18 March 2016

Not any big goal, Won what was not afraid.& कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं, जीता वही जो डरा नहीं.

खुशबू बनकर  गुलों  से  उड़ा  करते  हैं,
धुआं  बनकर  पर्वतों  से  उड़ा  करते  हैं,
ये  कैंचियाँ  खाक  हमें  उड़ने  से  रोकेगी,
हम  परों  से  नहीं  हौसलों  से  उड़ा  करते  हैं.

ब्राह्मणो ने तो अब कमाल ही कर दिया

कह रहे हैं हमें आरक्षण दो नहीं तो किसी के   फेरे नहीं करवाएंगे अब  मरो कुआरे

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है,
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है.

Not any big goal,
कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं,
Won what was not afraid.
जीता वही जो डरा नहीं.

रात को दो शराबियोँ ने तालाब मेँ चांद की परछाई देखि.......

पहला बोला - यह क्या है ?

दूसरा बोला - यह चाँद है....

पहला बोला साले घर चल हम
मजाक मजाक मेँ " चांद "
तक गए
आज कल whatsapp पर वो लोग Admin बने हुऐ हें जो स्कूल टाइम में दो दो घण्टे मुर्गा बना करते थे

अब ये अफवाह कौन फैला रहा है के ग्रुप में SetTop Box नही लगाया तो whats-app video दिखना  बंद हो जाएंगा।।

No comments:

Post a Comment