Saturday, 27 December 2014

Navy, Army and Air Force have been recruited, the application today & नौसेना,थल सेना और वायु सेना में हो रही हैं भर्तियां, आज ही करें आवेदन

Navy, Army and Air Force have been recruited, the application in New Delhi today. Union Public Service Commission, National Defence Academy (NDA) & Naval Academy (NA) 375 vacancies for the first test release. The NDA includes 320 post office 208 Army, 42 Navy and 70 post office of the Air Force. The Naval Academy 55 terms. Age limit Candidates born July 2, 1996 and on July 1, 1999 to be between.
नौसेना,थल सेना और वायु सेना में हो रही हैं भर्तियां, आज ही करें आवेदन नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और नौसेना अकादमी (एनए) परीक्षा प्रथम के लिए कुल 375 रिक्तियों पर विज्ञप्ति जारी की है। इसमें 320 पद एनडीए के हैं जिसमें 208 पद थल सेना के, 42 पद नौसेना के और 70 पद वायु सेना के हैं। वहीं नौसेना अकादमी के 55 पद हैं। आयु सीमा उम्मीदवार का जन्म 2 जुलाई 1996 और 1 जुलाई 1999 के बीच हुआ हो।
Board of Education recognized academic qualification 12th standard or equivalent to be close. Air Force and Navy to rank 12th with Physics and Mathematics or equivalent is mandatory to have. The selection process for the selection of 19 April 2015. The Union Public Service Commission will hold a written examination. Candidate application fee of Rs 100, State Bank of India, State Bank or to be deposited in a bank's branch of the 
शैक्षिक योग्यता मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से 12वीं कक्षा या समकक्ष पास की हो। वायु सेना और नौसेना पद के लिए भौतिकी और गणित विषय के साथ 12वीं या समकक्ष पास होना अनिवार्य है। चयन प्रक्रिया चयन के लिए संघ लोक सेवा आयोग 19 अप्रेल 2015 को लिखित परीक्षा आयोजित करेगी। आवेदन शुल्क अभ्यर्थी को 100 रूपए भारतीय स्टेट बैंक या स्टेट बैंक परिवार के किसी बैंक की शाखा में जमा करना होगा। 
से करें आवेदन इन पदों के लिए आवेदन केवल ऑनलाइन ही किया जा सकता है। आवेदन करने की अंतिम तारीख 23 जनवरी 2015 है। अधिक जानकारी के लिए www .upsconline.nic.in  पर लॉग ऑन करें।

NORTH KORIA

पोर्न फिल्में देखने पर सजा-ए-मौत, पढ़ें नॉर्थ कोरिया से जुड़े 9 शॉकिंग फैक्ट्स
दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां पर अजीबोगरीब कानून बनाए गए हैं। लोगों को उनका पालन करना पड़ता है, वरना वे सजा के भागीदार हैं। ऐसा ही एक देश नॉर्थ कोरिया है। हाल ही में सोनी साइबर हैकिंग को लेकर चर्चा में आए इस देश में कई ऐसेविचित्र कानून हैं, जो आम इंसानों की स्वतंत्रता को बाधित करते हैं।


पोर्न फिल्म देखने पर रोक

नॉर्थ कोरिया में आप पोर्न फिल्में नहीं देख सकते हैं। अगर पोर्न फिल्म देखते हुए कोई व्यक्ति मिल जाता है तो उसे सजा-ए-मौत दी जाती है। आपको जानकर भले ही आश्चर्य होगा, लेकिन ये सच है। इस तरह के कई अन्य शॉकिंग फैक्ट्स भी हैं, जो बेहद अटपटे हैं।

सिर्फ मिलिट्री वालों के पास कार

उत्तर कोरिया में सरकार की तानाशाही इस कदर है कि यहां सिर्फ मिलिट्री वाले और सरकारी अधिकारियों को ही अपने पास कार रखने की इजाजत है। इसके अलावा यहां का कोई भी निवासी निजी उपयोग के लिए कार घर पर नहीं रख सकता। इस कानून का पालन यहां सख्ती के साथ किया जाता है। यदि कोई इस कानून को तोड़ने की कोशिश करता है तो उसे सख्त सजा दी जाती है।

जींस पहनने पर प्रतिबंध

यहां पर कोई भी जींस नहीं पहना सकता है। सरकार ने जींस पहनने पर प्रतिबंध लगा रखा है। यदि कोई गलती से जींस पहन ले तो उसे सख्त सजा दी जाती है। हालांकि सजा के डर से यहां के निवासी जींस पहनने की हिम्मत नहीं दिखा पाते हैं। 


खानदान का सफाया

उत्तरी कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन हैं। किम ने अपने अंकल को इसलिए मौत के घाट उतार दिया था, क्योंकि उनके चाचा ने गद्दारी की थी। किम ने उन्हें नग्न अवस्था में 120 भूखे कुत्तों के पिंजरे में फिंकवा दिया था।
नहीं खींच सकते भिखारियों की फोटो

आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि उत्तर कोरिया में भिखारियों की फोटो खींचने पर प्रतिबंध है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की सरकार का मानना है कि भिखारियों की फोटो खींचने से उनके देश की छवि खराब होती है।

हेयर स्टाइल पर सरकार की मर्जी

यहां रहने वाली महिलाएं खुद की मर्जी से हेयर स्टाइल नहीं बना सकती है। यहां की सरकार ने महिलाओं के लिए 28 हेयर स्टाइल को मान्यता दी है। महिलाओं को इन्हीं स्टाइल में अपने बाल कटवाने होते हैं। वे अपनी मर्जी से कोई भी हेयर स्टाइल नहीं बनवा सकती हैं।

लुभाने के लिए बनाई सिटी

यहां की सरकार द्वारा कि जोन्ग डॉन्ग नामक एक मॉडल सिटी बनाई गई थी, ताकि दक्षिण कोरियाई लोगों को उत्तर कोरिया आने के लिए आकर्षित किया जा सके। लेकिन कोई भी व्यक्ति इससे प्रभावित नहीं हो सका। हालात ये है कि इस मॉडल सिटी कोई भी नहीं रहता है।


23,000 लोग ने दल बदला

यहां की सरकार की तानाशाही और कानूनी सख्ती के कारण पिछले 60 सालों में उत्तर कोरिया से 23,000 लोग दक्षिण कोरिया चले गए। इन लोगों पर देशद्रोह का आरोप भी लगाया गया। वहीं, मात्र दो लोग ही दक्षिण कोरिया के उत्तर कोरिया आए।
लीगल है मारिजुआना ( गांजा)

यहां पर मारिजुआना (गांजा) का उपयोग करने के लिए कानूनी तौर पर अनुमति दी गई है।