डिलिवरी के बाद ज्यादातर महिलाएं अपनी फिगर को लेकर परेशान रहती हैं। एकदम से बढ़े हुए वजन और साथ ही कमर पर पड़े हुए स्ट्रेच मॉर्क्स को दूर करने के लिए वो तमाम तरह के उपायों को अपनाती हैं जिसका सीधा असर उनके सेहत पर पड़ने लगता है और साथ ही बच्चे के ऊपर भी। सही जानकारी और सही तरीके से की जाने वाली एक्सरसाइज इन सभी परेशानियों को दूर करती है। वजन कम करने की शुरूआत खानपान से करें फिर एक्सरसाइज की ओर बढ़े। जानते हैं डिलिवरी के बाद झटपट फिट होने के तरीकों के बारे में।
वजन कम करने के लिए क्या खाएं
फाइबर
अंकुरित अनाज में कैलोरी बहुत कम होती है। साथ ही ये डाइजेशन को भी सही रखने का काम करते हैं। इसके लिए फलों, दालों को छिल्कों सहित बनाएं।
प्रोटीन
प्रोटीन से भरपूर चीजों को खाने में शामिल करें। कार्बोहाइड्रेट और वसा की मात्रा कम करके बढ़े हुए मोटापे को आसानी से कम किया जा सकता है।
प्रोटीन से भरपूर चीजों को खाने में शामिल करें। कार्बोहाइड्रेट और वसा की मात्रा कम करके बढ़े हुए मोटापे को आसानी से कम किया जा सकता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
इनमें आयरन मौजूद होता है। जो ब्लड की कमी नहीं होने देता। प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को उन चीजों का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए जिनसे बॉडी को आयरन मिलता हो। इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही आंखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर व लंग्स कैंसर की रोकथाम में भी कारगर हैं।
इनमें आयरन मौजूद होता है। जो ब्लड की कमी नहीं होने देता। प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को उन चीजों का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए जिनसे बॉडी को आयरन मिलता हो। इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही आंखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर व लंग्स कैंसर की रोकथाम में भी कारगर हैं।
अंकुरित अनाज
अंकुरित अनाज में बहुत ज्यादा प्रोटीन मौजूद होते हैं, जो शरीर को मजबूत रखने के साथ ही उन्हें कई सारी बीमारियों से भी बचाते हैं। इनमें एंटी-ऑक्सीडैंट और विटामिन ए,बी,सी भरपूर मात्रा में होते हैं।
अंकुरित अनाज में बहुत ज्यादा प्रोटीन मौजूद होते हैं, जो शरीर को मजबूत रखने के साथ ही उन्हें कई सारी बीमारियों से भी बचाते हैं। इनमें एंटी-ऑक्सीडैंट और विटामिन ए,बी,सी भरपूर मात्रा में होते हैं।
डेयरी
डेयरी प्रोडक्ट्स में शामिल पनीर को कच्चा खाने के साथ ही सब्जी बनाकर भी खाएं। इसमें मौजूद मिनरल्स, कैल्शियम और फास्फोरस, बोन्स को मजबूती प्रदान करते हैं साथ ही दांतों के इनैमल के लिए भी रक्षा करते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स में शामिल पनीर को कच्चा खाने के साथ ही सब्जी बनाकर भी खाएं। इसमें मौजूद मिनरल्स, कैल्शियम और फास्फोरस, बोन्स को मजबूती प्रदान करते हैं साथ ही दांतों के इनैमल के लिए भी रक्षा करते हैं।
फल
फलों में पपीते का सेवन ज्यादा से ज्यादा मात्रा में करें क्योंकि इसमें विटामिन ए, बी, सी और डी, प्रोटीन तथा बीटा कैरोटिन जैसे तत्त्व पाए जाते हैं जो वजन कम करने में मददगार होते हैं।
फलों में पपीते का सेवन ज्यादा से ज्यादा मात्रा में करें क्योंकि इसमें विटामिन ए, बी, सी और डी, प्रोटीन तथा बीटा कैरोटिन जैसे तत्त्व पाए जाते हैं जो वजन कम करने में मददगार होते हैं।
डिलिवरी के बाद की जाने वाली एक्सरसाइज
एक्सरसाइज का सही समय
एक्सरसाइज का सही समय
नॉर्मल डिलिवरी के 6 हफ्तों के बाद आराम से एक्सरसाइज शुरू किया जा सकता है और अगर डिलिवरी सिजेरियन हुई हो तो कम से कम 3 महीनों के बाद एक्सरसाइज के बारे में सोचें। किसी भी एक्सरसाइज को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डिलिवरी के समय लगभग हर महिला का वजन 9 किलोग्राम से 11 किलोग्राम तक बढ़ता ही है। हेल्दी खाने के चक्कर में खाई जाने वाली चीजें ज्यादातर ऑयली और कैलोरी युक्त होती हैं। बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए डाइटिंग का सहारा बिल्कुल भी न लें।
एक्सरसाइज टिप्स
सबसे अच्छी एक्सरसाइज वॉक है। सुबह या शाम, जब भी वक्त मिले पैदल टहलें। इससे बॉडी का मूवमेंट होगा जिससे उसकी अकड़न खत्म होगी।
सबसे अच्छी एक्सरसाइज वॉक है। सुबह या शाम, जब भी वक्त मिले पैदल टहलें। इससे बॉडी का मूवमेंट होगा जिससे उसकी अकड़न खत्म होगी।
टोनिंग, ब्रीदिंग जैसी एक्सरसाइज से शुरूआत करें। धीरे-धीरे एक्सरसाइज करने के वक्त को बढ़ाएं।
हैवी पीरियड्स होने पर एक्सरसाइज अवॉयड करें।
हैवी पीरियड्स होने पर एक्सरसाइज अवॉयड करें।
ज्यादा थकाने वाली एक्सरसाइज करने से बचें।
ऐसी एक्सरसाइज भी न करें जिस से शरीर में खिंचाव या दर्द महसूस हो।
ऐसी एक्सरसाइज भी न करें जिस से शरीर में खिंचाव या दर्द महसूस हो।
पेट की ऐक्सरसाइज
पेट के एक्स्ट्रा फैट को दूर करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़ लें। पेट पर दोनों हाथ क्रौस की मुद्रा में रखें। फिर सिर को उठाएं। गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे छोड़ें। नाव जैसी मुद्रा बनाएं। ध्यान रहें ज्यादा देर तक इस एक्सरसाइज को न करें।
पेट के एक्स्ट्रा फैट को दूर करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़ लें। पेट पर दोनों हाथ क्रौस की मुद्रा में रखें। फिर सिर को उठाएं। गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे छोड़ें। नाव जैसी मुद्रा बनाएं। ध्यान रहें ज्यादा देर तक इस एक्सरसाइज को न करें।
केगेल ऐक्सरसाइज
डिलिवरी के बाद अक्सर हंसते या खांसते समय यूरिन पास होने लगता है। इस समस्या से निपटने के लिए केगेल ऐक्सरसाइज का सहारा लिया जा सकता है। यह ढीली हो चुकी मसल्स को मजबूती देता है।
डिलिवरी के बाद अक्सर हंसते या खांसते समय यूरिन पास होने लगता है। इस समस्या से निपटने के लिए केगेल ऐक्सरसाइज का सहारा लिया जा सकता है। यह ढीली हो चुकी मसल्स को मजबूती देता है।
मॉर्निंग वॉक
फिटनेस के साथ ही चेहरे की चमक को बरकरार रखने के लिए रोजाना कुछ देर वॉक करें। कोलेस्ट्रॉल कम होने के हार्ट अटैक का का खतरा भी कम होता है। हड्डियां मजबूत होती है और साथ ही डाइजेशन भी सही रहता है।
फिटनेस के साथ ही चेहरे की चमक को बरकरार रखने के लिए रोजाना कुछ देर वॉक करें। कोलेस्ट्रॉल कम होने के हार्ट अटैक का का खतरा भी कम होता है। हड्डियां मजबूत होती है और साथ ही डाइजेशन भी सही रहता है।
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