पोर्न फिल्में देखने
पर सजा-ए-मौत,
पढ़ें नॉर्थ कोरिया से जुड़े 9 शॉकिंग
फैक्ट्स
दुनिया में कई
ऐसे देश हैं, जहां पर अजीबोगरीब कानून बनाए गए हैं। लोगों को उनका पालन करना
पड़ता है, वरना वे सजा के भागीदार हैं। ऐसा ही एक देश नॉर्थ कोरिया है। हाल ही में सोनी साइबर हैकिंग को लेकर चर्चा में आए इस देश
में कई ऐसेविचित्र कानून हैं, जो आम इंसानों की स्वतंत्रता को बाधित करते
हैं।
पोर्न
फिल्म देखने पर रोक
नॉर्थ कोरिया
में आप पोर्न फिल्में नहीं देख सकते हैं। अगर पोर्न फिल्म देखते
हुए कोई व्यक्ति मिल जाता है तो उसे सजा-ए-मौत दी जाती है। आपको जानकर भले ही आश्चर्य होगा, लेकिन ये सच है। इस तरह के कई अन्य शॉकिंग फैक्ट्स भी हैं, जो बेहद अटपटे हैं।
सिर्फ
मिलिट्री वालों के पास कार
उत्तर कोरिया
में सरकार की तानाशाही इस कदर है कि यहां सिर्फ मिलिट्री वाले और सरकारी
अधिकारियों को ही अपने पास कार रखने की इजाजत है। इसके अलावा यहां का कोई भी निवासी
निजी उपयोग के लिए कार घर पर नहीं रख सकता। इस कानून का पालन यहां सख्ती के साथ
किया जाता है। यदि कोई इस कानून को तोड़ने की कोशिश करता है तो उसे सख्त सजा दी
जाती है।
जींस पहनने
पर प्रतिबंध
यहां पर कोई भी
जींस नहीं पहना सकता है। सरकार ने जींस पहनने पर प्रतिबंध लगा रखा है। यदि कोई
गलती से जींस पहन ले तो उसे सख्त सजा दी जाती है। हालांकि सजा के डर से यहां के
निवासी जींस पहनने की हिम्मत नहीं दिखा पाते हैं।
खानदान का
सफाया
उत्तरी कोरिया
के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन हैं। किम ने अपने अंकल को इसलिए मौत के घाट उतार
दिया था, क्योंकि उनके चाचा ने गद्दारी की थी। किम ने
उन्हें नग्न अवस्था में 120 भूखे कुत्तों के पिंजरे में फिंकवा दिया था।
नहीं खींच
सकते भिखारियों की फोटो
आपको यह जानकार
आश्चर्य होगा कि उत्तर कोरिया में भिखारियों की फोटो खींचने पर प्रतिबंध है। ऐसा
इसलिए क्योंकि यहां की सरकार का मानना है कि भिखारियों की फोटो खींचने से उनके देश
की छवि खराब होती है।
हेयर
स्टाइल पर सरकार की मर्जी
यहां रहने वाली
महिलाएं खुद की मर्जी से हेयर स्टाइल नहीं बना सकती है। यहां की सरकार ने महिलाओं
के लिए 28 हेयर स्टाइल को मान्यता दी है। महिलाओं को
इन्हीं स्टाइल में अपने बाल कटवाने होते हैं। वे अपनी मर्जी से कोई भी हेयर स्टाइल
नहीं बनवा सकती हैं।
लुभाने के
लिए बनाई सिटी
यहां की सरकार
द्वारा कि जोन्ग डॉन्ग नामक एक मॉडल सिटी बनाई गई थी, ताकि दक्षिण कोरियाई लोगों को उत्तर कोरिया आने के लिए आकर्षित किया जा सके।
लेकिन कोई भी व्यक्ति इससे प्रभावित नहीं हो सका। हालात ये है कि इस मॉडल सिटी कोई
भी नहीं रहता है।
23,000 लोग ने दल बदला
यहां की सरकार
की तानाशाही और कानूनी सख्ती के कारण पिछले 60 सालों में उत्तर
कोरिया से 23,000 लोग दक्षिण कोरिया चले गए। इन लोगों पर
देशद्रोह का आरोप भी लगाया गया। वहीं, मात्र दो लोग ही
दक्षिण कोरिया के उत्तर कोरिया आए।
लीगल है
मारिजुआना ( गांजा)
यहां पर
मारिजुआना (गांजा) का उपयोग करने के लिए कानूनी तौर पर अनुमति दी गई है।
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